
बाढ़ से तबाह बिहार की मदद के लिए भास्कर समूह के अध्यक्ष रमेश चंद्र अग्रवाल की अपील-
बिहार में कोसी नदी की बाढ़ के पानी ने लाखों लोगों को न सिर्फ बेघरबार कर दिया है, बल्कि वे इस समय जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बिहार में विभीषिका का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाढ़-प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने इसे एक राष्ट्रीय आपदा घोषित किया है।
बिहार के कोई सोलह जिलों के करोड़ों लोग पिछले दो सप्ताह से भी अधिक समय से विनाशकारी बाढ़ के कारण उत्पन्न परेशानियों से जूझ रहे हैं। कई जिले तो पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। विनाश का तांडव कब खत्म होकर हालात सामान्य करेगा, कुछ कहा नहीं जा सकता। बाढ़ के पानी के उतरने की खबरों के साथ ही बिहार में तकलीफों का नया सिलसिला प्रारंभ हो गया है।
बिहार अपने संकट की घड़ी में समूचे देश की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहा है। देशवासियों से उसे सहानुभूति और मदद की अपेक्षा है। देश के किसी भी कोने ने जब-जब भी ऐसी किसी आपदा का अनुभव किया है, राष्ट्र के नागरिक उठ खड़े हुए हैं और उन्होंने सहायता का हाथ आगे बढ़ाया है। ऐसा ही अवसर आज फिर उपस्थित हुआ है।
एक राष्ट्रीय मीडिया संस्थान के रूप में भास्कर समूह ने भी ऐसे हर अवसर पर अपनी जिम्मेदारी का परिचय दिया है और अपनी पहल में अपने करोड़ों पाठकों को भी शामिल किया है।
भास्कर समूह की ओर से पांच लाख रुपए की राशि देने की घोषणा के साथ मैं अपने सभी पाठकों, विज्ञापनदाताओं और शुभचिंतकों से अपील करता हूं कि वे बिहार की आपदा मे मदद के लिए अपने हाथ बढ़ाएं। आप इसके लिए दैनिक भास्कर के कार्यालय मे संपर्क कर अपनी राशि नकद या भास्कर रिलीफ फण्ड के नाम से चेक के रूप में दे सकते हैं।
भास्कर रिलीफ फण्ड में दिए गए दान को आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 जी में छूट प्राप्त होगी। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके द्वारा दी गई राशि प्रधानमंत्री सहायता कोष अथवा अन्य किसी उपयुक्त माध्यम से बिहार के जरूरतमंद नागरिकों तक पहुंचेगी और उसका सही तरीके से उपयोग भी होगा।
बिहार में कोसी नदी की बाढ़ के पानी ने लाखों लोगों को न सिर्फ बेघरबार कर दिया है, बल्कि वे इस समय जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बिहार में विभीषिका का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाढ़-प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने इसे एक राष्ट्रीय आपदा घोषित किया है।
बिहार के कोई सोलह जिलों के करोड़ों लोग पिछले दो सप्ताह से भी अधिक समय से विनाशकारी बाढ़ के कारण उत्पन्न परेशानियों से जूझ रहे हैं। कई जिले तो पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। विनाश का तांडव कब खत्म होकर हालात सामान्य करेगा, कुछ कहा नहीं जा सकता। बाढ़ के पानी के उतरने की खबरों के साथ ही बिहार में तकलीफों का नया सिलसिला प्रारंभ हो गया है।
बिहार अपने संकट की घड़ी में समूचे देश की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहा है। देशवासियों से उसे सहानुभूति और मदद की अपेक्षा है। देश के किसी भी कोने ने जब-जब भी ऐसी किसी आपदा का अनुभव किया है, राष्ट्र के नागरिक उठ खड़े हुए हैं और उन्होंने सहायता का हाथ आगे बढ़ाया है। ऐसा ही अवसर आज फिर उपस्थित हुआ है।
एक राष्ट्रीय मीडिया संस्थान के रूप में भास्कर समूह ने भी ऐसे हर अवसर पर अपनी जिम्मेदारी का परिचय दिया है और अपनी पहल में अपने करोड़ों पाठकों को भी शामिल किया है।
भास्कर समूह की ओर से पांच लाख रुपए की राशि देने की घोषणा के साथ मैं अपने सभी पाठकों, विज्ञापनदाताओं और शुभचिंतकों से अपील करता हूं कि वे बिहार की आपदा मे मदद के लिए अपने हाथ बढ़ाएं। आप इसके लिए दैनिक भास्कर के कार्यालय मे संपर्क कर अपनी राशि नकद या भास्कर रिलीफ फण्ड के नाम से चेक के रूप में दे सकते हैं।
भास्कर रिलीफ फण्ड में दिए गए दान को आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 जी में छूट प्राप्त होगी। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके द्वारा दी गई राशि प्रधानमंत्री सहायता कोष अथवा अन्य किसी उपयुक्त माध्यम से बिहार के जरूरतमंद नागरिकों तक पहुंचेगी और उसका सही तरीके से उपयोग भी होगा।